एक लड़की की शिकायत लेखनी प्रतियोगिता -09-Dec-2021
एक लड़की करती है शिकायत
मां क्यू बाहर नहीं जाने देती मुझे?
भईया तो घूमता मजे से
फिर सारी पाबंदी ही देती क्यू मुझे?
पापा रातों रातों को आते
फिर मेरे बाहर रहने पर कॉल पर कॉल
हर बार मुझसे ही क्यू पूछना कहा हू मै,
हा करती हू आज जीभर के
मैं शिकायत मां तुझसे
क्यू सारी पाबंदी सिर्फ लगती मुझपे..?
मां भी धैर्य खोकर बोली
क्यों और क्या जवाब दूं तेरा..?
तो सुन बाहर तू जाती तो तेरे
भाई जैसे औरो के भाई भी तो है आते,
तेरा भाई बहन मानता तुझे पर वो सारे
तो तूझसे ना कोई रिश्ता निभाते।
नज़रे तेरी होगी चाहे जिधर
उनकी नज़र सिर्फ होगी तुझपे,
भाई जैसे रक्षा ना करते हा हक
जमाते जरूर तुझपे।
ये शिकायत तो शिकायत ही रह जाएगा
क्या कभी इसका कोई हल निकल पाएगा..?
मां के जवाबो से लड़की भी चुप हो जाती है
सोचती है अब समझ आया आखिर क्यों
हर बार पैदा होने पर लड़की ही जान गवाती है?
शिकायते तो हजार लड़की के जन्म से ही चल पड़ते है,
पन्ने भर जाते है जवाब देने में शब्द कम पड़ते है।
Niraj Pandey
10-Dec-2021 04:10 PM
बहुत खूब
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Gunjan Kamal
10-Dec-2021 09:22 AM
शानदार प्रस्तुति 👌👌
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Ravi Goyal
10-Dec-2021 08:28 AM
बहुत खूबसूरत और यथार्थवादी रचना 👌👌
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